The Definitive Guide to sex

संता: अगर इतनी पॉटी करती है तो फिर रहने दो!

चटर्जी मानती हैं कि उनकी फिल्म देखने वाले भी भारत में बहुत रहते हैं. वह कहती हैं, "मुझे ऐसा लगता है कि इंडिया में हम लोग बहुत अलग अलग समुदायों में रहते हैं. बहुत अलग अलग ढंग के लोग हैं. कुछ लोगों को बहुत पसंद आएगी तो कुछ कहेंगे कि ये क्या हो रहा है. क्योंकि इंडिया में कोई एक नहीं है."

दिनभर उसके साथ घूमते रहता है, उस पर पैसे ख़र्च करता है।

लड़कियां तो बस लड़कों को फंसाने में ही लगी रहती हैं।

गुंडा : कितने मूर्ख हो तुम, मेरी बंदूक में तो गोली ही नहीं है !

संता – “सर एक सवाल मैं भी पूछना चाहता हूँ ?”

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संता और घबरा गया- नहीं xy sex-determination system नहीं, मैं अकेला ही ठीक हूं।

अध्यापिका :- अच्छा बताओ क्या नाम है तुम्हारा

वहां के चौकीदार ने देखा तो कड़क कर पूछा कौन हो तुम यहां क्या कर रहे हो?

संता: पता नहीं। मैंने कभी साड़ी लाकर तो दी नहीं।

टीचर- इकबाल के इस शेर का मतलब बताओ खोल आंख जमीन देख, फलक देख फिजा देख मशरिक से उभरते हुए, सूरज को जरा देख

“संता: कल गया था, खूब घूमे और बड़ा मजा आया!

मरीज – मुझे बीमारी है कि खाने के बाद भूख

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